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Saturday, December 15, 2012

टूटता ये दिल रहा है जिंदगी भर

टूटता ये दिल रहा है जिंदगी भर,
दर्द ही हासिल रहा है जिंदगी भर,
 
अधमरा हर बार मुझको छोड़ देना,
मारता तिल-2 रहा है जिंदगी भर,
 
देखकर मुझको निगाहें फेर लेना,
दौर ये मुश्किल रहा है जिंदगी भर,
 
बेवजह मुझको मिली बदनामियाँ हैं,
जबकि वो कातिल रहा है जिंदगी भर,
 
नींद से मैं जाग जाता हूँ अचानक,
खौफ यूँ शामिल रहा है जिंदगी भर,
 
चाह है मैं चाहता उसको रहूँ बस,
इक यही आदिल रहा है जिंदगी भर.

17 comments:

  1. सदाDecember 15, 2012 at 12:09 PM

    वाह ... बेहतरीन अभिव्‍यक्ति

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 15, 2012 at 1:36 PM

      शुक्रिया सदा दी

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  • Rohitas ghorelaDecember 15, 2012 at 12:29 PM

    माफ़ी चाहता हूँ इतने दिनों से आपके ब्लॉग पर नही आ सका।
    4 व 5 न. शेर बेहद लाजवाब लगा ...इन्ही शेरों पर दो शेर पेश कर रहा हूँ ...
    प्यार बिन रोम रोम प्यासा है मेरा
    तू दरिया रहा है जिन्दगी भर

    लोग मांगते है प्यार मुझ से
    तू ही ईशारा रहा है जिन्दगी भर.

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 15, 2012 at 1:37 PM

      आभार रोहित भाई

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  • Aamir DubaiDecember 15, 2012 at 1:27 PM


    देखकर मुझको निगाहें फेर लेना,
    दौर ये मुश्किल रहा है जिंदगी भर,
    वैरी नाइस वरुण.ख़ास कर ये पंक्तियाँ .

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 15, 2012 at 1:37 PM

      शुक्रिया-शुक्रिया आमिर भाई

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  • संध्या शर्माDecember 15, 2012 at 2:31 PM

    शोख नज़रों में सवाल बाकी हैं,
    लाजवाब उम्र हुई जिंदगी भर...
    वाह बहुत खूब... शुक्रिया अरुण

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 16, 2012 at 2:03 PM

      आभार संध्या दी

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    Reply
  • shaliniDecember 15, 2012 at 4:45 PM

    बेवजह मुझको मिली बदनामियाँ हैं,
    जबकि वो कातिल रहा है जिंदगी भर,

    नींद से मैं जाग जाता हूँ अचानक,
    खौफ यूँ शामिल रहा है जिंदगी भर,... behatareen sher arun ji!

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 16, 2012 at 2:03 PM

      शुक्रिया शालिनी जी

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  • Reena MauryaDecember 15, 2012 at 6:37 PM

    बहुत बढियाँ हर शेर खास है
    बेहतरीन ...बेहतरीन....
    :-)

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 16, 2012 at 2:03 PM

      शुक्रिया रीना जी

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  • धीरेन्द्र सिंह भदौरियाDecember 15, 2012 at 6:49 PM

    बहुत उम्दा प्रस्तुति,,,, बधाई।

    ये भी एक तमाशा है कारजारे-उल्फत का
    दिल किसी का होता है,बस किसी का चलता,,,,

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 16, 2012 at 2:04 PM

      वाह आदरणीय धीरेन्द्र सर क्या बात है आभार.

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    Reply
  • Aarti SharmaDecember 15, 2012 at 7:25 PM

    behad khub Arun ji

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  • Aarti SharmaDecember 15, 2012 at 7:26 PM

    behad khub Arun ji

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    1. अरुन शर्मा "अनंत"December 16, 2012 at 2:04 PM

      शुक्रिया आरती जी

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